NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

Not known Details About Shiv chaisa

Blog Article

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

Your browser isn’t supported any longer. Update it to obtain the very best YouTube working experience and our most up-to-date characteristics. Learn more

It's thought that pregnant females advantage greatly by chanting the Shiva Chalisa. The chanting of Shiva Chalisa can help to safeguard their fetus as well as helps in Harmless delivery.

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं more info कृपा कर लीन बचाई॥

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

Report this page